स्याही महंगी

स्याही महंगी

ना लिखेंगे खत हम आज के बाद।
क्योंकि हो गई है,
पेन की स्याही महंगी |

आखिरी खत

आखिरी खत

गुलाब भेजा था उसने,
आखिरी खत के साथ,
कमबख़्त गुलाब की खुशबु ने,
खत पढ़ने ही नहीं दिया |

happy rose day